कॉलेज के अध्यक्ष ने बताया 55 लाख की ग्रांट भी इसी अनुदान राशि में कॉलेज को वापस मिली।
मेरठ। वित्तीय वर्ष के समापन पर मेरठ कॉलेज को 02 करोड़ 33 लाख का प्रशासनिक अनुदान मिला है। वित्तीय वर्ष 2023- 24 के समापन पर 31 मार्च 2024 को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विशालतम महाविद्यालय मेरठ कॉलेज को उच्च शिक्षा विभाग के माध्यम से 02 करोड़ 33 लाख 77740 रुपए का प्रशासनिक अनुदान दिया गया है। यह संपूर्ण मेरठ कॉलेज परिवार के लिए एक उपलब्धि है।
कॉलेज की प्रबंध समिति के अवैतनिक मंत्री डॉ ओ.पी.अग्रवाल ने प्राचार्य अंजलि मित्तल एवं उनकी पूरी टीम को प्रोत्साहित किया और सभी को बधाई दी।
उल्लेखनीय तथ्य है कि इस ग्रांट में पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में जो 55 लाख की ग्रांट मेरठ कॉलेज को मिली थी वह कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉक्टर सच्चिदानंद शर्मा की अकुशल कार्य प्रणाली के चलते 31 मार्च 2023 को शासन को वापस भेजनी पड़ी थी। इस संबंध में कॉलेज के अध्यक्ष सुरेश चन्द्र जैन ऋतुराज ने आगे बताया कि यह 55 लाख रुपए की ग्रांट भी इसी अनुदान राशि में मेरठ कॉलेज को वापस मिल गई है, यह पूरे मेरठ कालेज परिवार की उपलब्धि है। इस वित्तीय वर्ष 2023-24 के समापन पर अब मेरठ कॉलेज मेरठ का कोई भी वित्तीय अवशेष उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश शासन पर देय नहीं है।
मेरठ कॉलेज, मेरठ प्रशासनिक अनुदान एवं शोध अनुदान दोनों की ही दृष्टि से उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
वर्तमान में भी मेरठ कॉलेज में चार दर्जन से अधिक शोध प्रोजेक्ट चल रहे हैं जो कि भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा फंड किए जा रहे हैं। हाल ही में संस्कृत विभाग को भी 35 लाख का शोध प्रोजेक्ट मिला है, जिसके तहत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गुरुकुलों का अध्ययन किया जाएगा । कॉलेज के मंत्री डॉ ओ पी अग्रवाल ने इन उपलब्धियां के लिए पूरे मेरठ कॉलेज परिवार को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।
कॉलेज प्रबंधन तंत्र ने मेरठ कॉलेज के प्रेस प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी प्रोफेसर चंद्रशेखर भारद्वाज की भी सराहना की है कि उन्होंने मेरठ कॉलेज की उपलब्धियां को विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय जनमानस तक पहुंचाया है।