नई दिल्ली एजेंसी। लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं और भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) ने पूरे भारत में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) कर्मियों की तैनाती के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की है। यह बैठक, जो हर चुनाव से पहले नियमित बात होती है।
चुनाव के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर गृह मंत्रालय द्वारा बलों को तैनात किया जाता है। कर्मियों की सूची में सभी सीएपीएफ, राज्य सशस्त्र पुलिस बल, भारतीय रिजर्व बटालियन, रेलवे सुरक्षा बल और अन्य शामिल हैं।
एक अधिकारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि आयोग चुनाव के स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण संचालन के लिए सीएपीएफ की तैनाती का निर्देश देता है, चाहे वह आम चुनाव हो या लोकसभा या विधानसभाओं के उप-चुनाव। चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात किए गए सीएपीएफ का इस्तेमाल किसी अन्य उद्देश्य के लिए नहीं किया जाएगा। चुनाव से पहले और चुनाव के बाद के चरण में भी बलों की आवश्यकता होती है।
चुनाव पूर्व चरण में निगरानी से लेकर मतदान केंद्रों की सुरक्षा और बाद में मतदान वाले ईवीएम और वीवीपैट के साथ-साथ मतदान और मतगणना कर्मियों को सुरक्षा प्रदान करने तक, सीएपीएफ की भूमिका महत्वपूर्ण है।
लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनावों के लिए पूरे भारत में चरणबद्ध तरीके से सीएपीएफ की 3,000 से अधिक कंपनियों की आवश्यकता होगी, जिनमें से प्रत्येक में 100 कर्मी होंगे। पिछले महीने, ईसीआई ने रेलवे बोर्ड से इन कर्मियों के लिए सुचारू और परेशानी मुक्त ट्रेन आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा था। आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में लोकसभा और विधानसभाओं का कार्यकाल जून में खत्म हो जाएगा। इन चार राज्यों में एक साथ लोकसभा और विधानसभा चुनाव होंगे।